मोटरसाइकिल देवता का मंदिर !

बुलेट मोटरसाइकिल क्या किसी की यात्रा भी सुरक्षित कर सकती है। जी हां राजस्थान के पाली में बुलेट बाबा का मंदिर है जहां लोग सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना करने आते हैं।

राजस्थान के पाली ‘बुलेट बाबा’ के नाम से मशहूर मोटरसाइकिल देवता का एक मंदिर है। यहां एक मोटरसाइकिल देवता के रूप में स्थापित है जहां हर रोज सैकड़ों श्रद्धालु अपनी सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना करने आते हैं।
जोधपुर के मार्ग में पड़ने वाले पाली से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चोटिला गांव के नजदीक यह मंदिर है, जहां एक 350 सीसी की रॉयल इनफील्ड मोटरसाइकिल बुलेट देवता के रूप में विराजमान है। यहां हर दिन तीर्थयात्रियों का भारी शोरगुल रहता है। प्रत्येक दिन ग्रामीण लोग और यात्री यहां रुककर इस मोटरसाइकिल और इसके दिवंगत मालिक ओम सिंह की प्रार्थना करते हैं। मंदिर में मोटरसाइकिल के पीछे सिंह की एक बड़ी से तस्वीर लगी हुई है, लोग उन्हें प्यार से ओम बाना कहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस मंदिर में रुककर प्रार्थना नहीं करता वह एक खतरनाक यात्रा पर होता है।
कहानी 21 साल पुरानी है। गर्मियों की एक रात ओम बाना पाली से चोटिला लौट रहे थे तभी उनकी मोटरसाइकिल फिसलकर एक पेड़ से टकरा गई और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। ग्रामीण बताते हैं कि ओम बाना की मौत के बाद मोटरसाइकिल को एक स्थानीय पुलिस स्टेशन ले जाया गया था लेकिन दूसरे दिन वह फिर घटनास्थल पर पाई गई। शुरुआत में पुलिस को लगा कि यह किसी की शरारत है इसलिए उसने उसका ईंधन टैंक खाली कर दिया और उसे फिर पुलिस स्टेशन ले गई। अगले दिन फिर वह दुर्घटनास्थल पर मिली। करीब के ही एक गांव में रहने वाले छोटू ने बताया कि जैसे-जैसे यह कहानी फैली ग्रामीणों ने दुर्घटनास्थल पर एक मंच बनाकर वहां पूजा-अर्चना शुरू कर दी। मंदिर में एक पुजारी भी है जो रोज की पूजा-अर्चना करता है। वहां आस-पास ही अगरबत्ती, फूलों, नारियल और रक्षा सूत्र की कई दुकानें जहां से लोग इन्हें खरीदकर मंदिर में चढ़ाते हैं। स्थानीय लोग ओम बाना के नाम के लोक गीत गाते हैं। सड़क के लगभग बीचोंबीच स्थित इस मंदिर में वहां से गुजरने वाला प्रत्येक वाहन चालक खासतौर पर पूजा करता है। एक ग्रामीण हेम सिंह राजपूत कहते हैं कि गांव वालों का विश्वास है कि बाना की आत्मा अब भी उस स्थल के आस-पास भटकती है और ग्रामीणों ने उस बुलेट के इंजन की आवाज भी सुनी है।

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