"आतंक का कोई मज़हब नहीं होता"... ??

"आतंक का कोई मज़हब नहीं होता"...

 इसीलिए अमेरिका में अब सूअर की चर्बी युक्त बन्दूक एवं AK-47 की गोलियों की बम्पर बिक्री शुरू हो गई है...

इन गोलियों में बारूद के साथ सूअर का माँस और चर्बी है, और ब्राण्ड नेम है "जिह्वाग एमो" !

इस कम्पनी को आरम्भ करने वाले मिस्टर ब्रैंडन कहते हैं कि जन्नत की चाह रखने वालों के लिए यह गोलियाँ खासतौर पर डिजाइन की गई हैं.

पति-पत्नी की टीम इन गोलियों के प्रमोशन हेतु टीशर्ट और टोपियां भी बेच रही है जिन पर लिखा हुआ है, "72 हूरों की मदद करो—जिहाग ऐमो गोलियों का इस्तेमाल करो.”

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कम से कम इतना तो मानना ही पड़ेगा कि हर "नई शुरुआत" अमेरिका से होती है...

चाहे ओसामा की लाश को समुद्र में फेंकना हो, या ग्वांतानामो की जेल में आतंकियों को दी जाने वाली अभिनव यातनाएँ हों...|

स्वाभाविक है कुछ नया सोचने और करने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है. हम जैसे बेशर्म लोग तो अभी भी ससम्मान भारी भीड़ के साथ याकूब और बुरहान के जनाजे निकलते हुए देखते रहते हैं...
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बुंदेलखंड में नरेंद्र मोदी के भाषण की 20 बड़ी बाते

बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज झांसी में कहा कि वह रोने और आंसू बहाने के लिए यहां नहीं आएं हैं। वह गरीबों व किसानों के आंसू पोंछने का संकल्प लेकर आए हैं। मोदी ने रैली में जनता से पूछा कि क्या बुंदेलखंड के लोगों के अंदर विकास करने का दम नहीं है? इसका स्वयं ही जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि यहां के किसानों में तो दम है, लेकिन लखनऊ और दिल्ली की सरकारों में दम नहीं है।

1. ये मेरा सौभाग्य है कि मैं इस वीर भूमि पर आया हूं। मैं यहां रोने धोने के लिए नहीं आया हूं न आंसू बहाने आया हूं। ना मैं आंसू बहाने वालों की कथा सुनाने आया हूं। मैं आपके आंसू पोछने आया हूं।

2. क्या बुंदेलखंड का विकास नहीं हो सकता है। क्या यहां के किसानों में दम नहीं है। विदर्भ और यहां पर ही किसान सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या क्यों करते हैं। इसका कारण यह है कि कांग्रेस की सरकार को गांव, गरीब और किसान की परवाह नहीं है।

3. जब चुनाव आते हैं तो हमारे कांग्रेस के मित्र रेवड़ी बांटते हैं। जहां जाते हैं पैकेजों की बात करते हैं। लेकिन ये पैकेज आम आदमी के लिए नहीं थे। दिल्ली औऱ लखनऊ ने मिलकर सरकार के उस खजाने को बांट लिया।

4. बुंदेलखंड में कुआं खोदने की बात हुई थी, पेड़ लगाने की बात हुई थी। बांध बनाने की बात हुई थी। कही कुछ नहीं हुआ।

5. बुंदेलखंड को पैकेज आधा यूपी और आधा एमपी के हिस्से आया। गर्व मैं कहता हूं कि शिवराज जी के पास बुंदेलखंड का पैसा आया तो उन्होंने पाई-पाई खर्च किया। उस इलाके में पहले जो फसल होती थी, उससे 3 गुना फसल शिवराज जी ने ऊपजा कर दिखाई। ये बात मैं नहीं, प्लानिंग कमीशन कहता है।

5. अब समय आ गया है कि सपा, बसपा और कांग्रेस को पैकिंग करके रवाना कर दो। सबका लूटते हैं, सपा का स, बसपा का ब और कांग्रेस का का। ये तीनों सबका लूटते हैं। इन तीनों ने पूरे बुंदेलखंड को लूट लिया है।

6. सपा आज जो-जो कारनामे करती है। लोहिया जी जहां भी होंगे उनको इतनी पीड़ा होती होगी कि इसकी कल्पना नहीं की जा सकती।

7. सपा का अहंकार वाद है, कांग्रेस का परिवारवाद है, बसपा का व्यक्तितवाद है। ये वादों की पार्टी है। ये आपका पेट सिर्फ वादों से भरते हैं।

8. मैं अपने अनुभव से आपको विश्वास दिलाता हूं। मैंने जो काम किया है उसका विश्वास दिलाता हूं। मैं कहता हूं कि मेरे देशवासियों कांग्रेस को 60 साल दिए। हमें 60 महीने देकर देखो। जो विनाश उन्होंने 60 सालों में किया हम 60 महीनों में देश की तकदीर बदल देंगे।

9. मैं गर्व से कहता हूं कि बिहार, यूपी के लोग इतना पसीना बहाया है कि उनके पसीने से गुजरात चमक उठा। अगर उतना काम यूपी में होता तो ये राज्य कहां से कहां पहुंच गया होता।

10. कांग्रेस के शहजादे माताओं-बहनों पर बलात्कार, महंगाई पर जवाब देने को तैयार नहीं हैं। जनता को जवाब देना चाहिए।

11. शहजादे ने भाषण दिया। जब मेरी दादी मर गई, मुझे बहुत गुस्सा आय़ा। मेरा ये सवाल है कि क्या सभी कांग्रेसियों को गुस्सा आय़ा था। आपने और आपकी पार्टी ने हजारों सिखों को मौत के घाट उतार दिया था। आज तक किसी को सजा नहीं हुई। लेकिन क्या हजारों सिखों को मारने के बाद क्या आपको गुस्सा आया था।

12. क्या इंटेलिजेंस के लोग इस तरह की गुप्तता की बात उससे शेयर कैसे करत हैं जिससे कोई शपथ नहीं ली है। क्यों हिंदुस्तान की इंटेलिजेंस शाहजादे को क्यों रिपोर्ट करत हैं। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर में आईएसआई मुस्लिम युवकों पर नजर रखी हुई है।

13. शहजादे जी, केंद्र में आपकी सरकार है, आपके सहयोगी की सरकार राज्य में हैं। आप क्या कर रहे हो। मैं देश से आह्वान करता हूं। आपने उस दंगों के कारण जो पीड़ित नौजवान रिलीफ कैंप में रह रहे हैं उनपर आरोप लगाया है कि वो लोग आईएसआई से मिले हुए हैं। आपसे अनुरोध हैं उनका नाम बताओ। वो कौन हैं जो ISI से जुड़े हुए हैं। अगर नहीं तो आपको ये कहने का कोई हक नहीं कि एक कौम के युवकों को इस तरह बोले। नाम घोषित करो नहीं तो माफी मांगों।

14. गरीबी का मजाक बना रहे हैं। कभी-कभी राजपरिवार के वारिसों को उनके पिता खंडहर दिखाने ले जाते हैं। गरीब की झोपड़ी में देखन जाते हैं। आपके बुंदेलखंड में आए थे, राशन कार्ड ले गए।

15. शहजादे नारा बोलते हैं पूरी रोटी खाएंगे। आधी रोटी से पूरी रोटी में 60 साल लग गए। क्या पूरे पेट भर रोटी के लिए 100 साल लगाएंगे। गरीबों का मजाक बनाते हैं।

16. क्या 26 रुपये में एक परिवार का गुजारा हो सकता है। पीएम के प्लानिंग कमीशन का कहना है कि अगर आप 26 रुपये से ज्यादा कमाते हो तो आप गरीब नहीं हैं। इनकी मानसिक गरीबी देखो।

17. इस देश में सबको संकल्प लेना चाहिए कांग्रेस मुक्त भारत, सपा मुक्त भारत, बसपा मुक्त भारत। सबका लूट को जब तक नहीं हटाया जाएगा तब तक कुछ नहीं होगा।

18. लक्ष्मी बाई ने कहा था कि मेरी झांसी नहीं दूंगी, लक्ष्मी कहां पर विराजित होती हैं। कमल पर विराजित होती हैं। मैं कहता हूं बेइमानों को नहीं देंगे। देश नहीं देंगे नहीं देंगे।

19. बीजेपी ने पिछड़े परिवार के लड़के को देश का प्रधानमंत्री घोषित किया है। गरीबी में जिंदगी जिया है। ट्रेन में चाय बेचा करता था।

20. मैं कहता हूं कि आप मुझे पीएम नहीं बनाइए, मुझे चौकीदार बनाइए। दिल्ली में चौकीदार बनूंगा। ऐसा चौकीदार बनूंगा जो देश के खजाने पर किसी पंजे नहीं पड़ने देगा।

‘दिल्ली सल्तनत के शाहजादे’ राहुल को ‘रेलवे के डिब्बे में चाय बांटने वाले गरीब’ मोदी ने घेरा

बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी शुक्रवार की झांसी रैली में पूरी तैयारी के साथ आए. राहुल गांधी को उन्होंने चुनचुनकर धोया और इसके लिए राहुल की ही तकरीर से संदर्भ उठाए. बाप दादाओं की विरासत पर कहा कि ये सब जो पराक्रम दिखा गए हैं, उसके निशान देखने राहुल झोंपड़ी में जाते हैं.और जो राहुल गरीबी का जिक्र कर सहानुभूति बटोरना चाहते हैं, मोदी ने उसको गरीबों के स्वाभिमान से जोड़ दिया.उन्होंने चौधरी चरण सिंह के साठ के दशक के अजगर फॉर्मूले की याद दिलाता हुआ एक नया नारा गढ़ा, सबका नाश करो. यहां स माने सपा, ब माने बसपा और का माने कांग्रेस. बहरहाल, पहले देखते हैं कि झांसी में कैसे राहुल को काउंटर किया गया.
बुंदेलखंड को नीचा नहीं दिखाया. उसकी विरासत को याद किया. 1857, झांसी की रानी से लेकर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भी, जिन्हें यहां की जनता दद्दा (बड़ा भाई) कहती थी.फिर राहुल के रुदन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं आपके पास रोने धोने नहीं आया हूं. न आंसू बहाने आया हूं. न आंसू बहाने वालों की कोई कथा सुनाने आया हूं. मैं आज आपके यहां आया हूं आपके आंसू पोछने को विश्वास देने के लिए.

यहां से भाषण की टोन सेट हो गई. ये साफ हो गया कि आज मोदी शाहजादे को रडार पर रखेंगे और इस फेर में सपा, बसपा पर हमले कुछ कम होंगे. उन्होंने बार बार किसानों का जिक्र कर पैकेज का सवाल उठाया और आखिरी में पंच मारते हुए कहा कि पैकेज वालों की पैकिंग कर दो.

यहां गौर करने वाली बात है मोदी के शब्द. वह केंद्र सरकार कहने से बचते हैं और दिल्ली की सल्तनत कहते हैं. ये जुमला मध्यकाल के मुगल और उससे भी पहले के मुस्लिम राजघरानों वाले शासन के लिए चलता था. जब हिंदुओं को जजिया कर देना होता था. कई दिक्कतें थीं. अब दूसरे शब्द पर गौर करिए. जैसे राहुल मोदी का नाम नहीं लेते, वैसे ही मोदी भी उन्हें शाहजादे कहते हैं. कभी तेज आवाज में, कभी नाटकीयता भरे उतार चढ़ाव के साथ वाक्य के अंत में.

सल्तनत और शाहजादे की इमोशनल अपील को काउंटर करने के लिए आज मोदी ने वो कहा, जो अब तक पार्टी अध्यक्ष कहते थे. कि मैं रेलवे के डिब्बों में चाय बांटने वाला गरीब परिवार का लड़का.आज देश के पीएम पद के लिए दावेदारी कर रहा है.फिर उन्होंने खुद को यूपी से जोड़ा. संगठन के दिनों को याद किया और मारी हेडलाइंस बनाने वाली लाइन. आपने कांग्रेस को साठ साल दिए, मुझे साठ महीने दीजिए, तकदीर और तस्वीर बदल दूंगा.

आज के भाषण में मोदी समर्थकों के लिए राहत की बात यह थी कि उन्होंने गुजरात गाथा पर ज्यादा जोर नहीं दिया. उन्होंने बुंदेलखंड और यूपी के किसान, नौजवानों की जमीन पर जाकर बात की. अपने एक कारखाना प्रयोग का भी जिक्र किया. जिसके जरिए प्रवासी मजदूर कटाई के टाइम पर बिना नुकसान के अपने गांव लौट सकता है.

मोदी ने राहुल के दादी की मौत वाली बात पर सिखों के नरसंहार का जिक्र किया और मुजफ्फरनगर में आईएसआई के सक्रिय होने पर उन्हें ही घेरे में ला दिया.यहां ऐसा लगा गोया वह मुसलमानों तक संदेश पहुंचाना चाहते हों.क्या ये अजब इत्तफाक है कि आज ही मौलाना कल्बे सादिक ने भी कहा कि मोदी से इतना भी परहेज क्या.

उत्तर प्रदेश जो सत्ता के सवाल का जवाब देता है, सज चुका है. सिलसिले में अभी कांग्रेस और बीजेपी जुड़ी हैं. सपा-बसपा की तैयारी दूसरे ही स्तर पर है. वहां प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं और अब उन्हें बदले जाने का दौर चल रहा है.मगर झांसी की रैली से यह साफ हो गया कि नरेंद्र मोदी इस चुनाव को बीजेपी बनाम कांग्रेस ही रखना चाहते हैं और सपा बसपा का जिक्र बस यूं आता है, गोया वे कोई वोटकटवा हों

आन्ध्र प्रदेश की कांग्रेस सरकार कौन चला रहा है [Andhra Pradesh :wovaisi & Congress]

आन्ध्र प्रदेश की कांग्रेस सरकार कौन चला रहा है ? कांग्रेस या ओबैसी ? या दोनों मिलकर ? जिस नरपिशाच मोहम्मद अब्दुल कादिर नामक कांस्टेबल ने 1990 मे हैदराबाद मे भडकी भयानक दंगे के दौरान जब पुलिस इंस्पेक्टर ने इसे दंगो को नियन्त्रित करने के लिए मुस्लिम दंगाई भीड़ पर गोली चलाने का आदेश दिया तो इसने दंगाईयों के बजाय उस इंस्पेक्टर को ही गोलियों से भून दिया था | लेकिन आंध्रप्रदेश की कांग्रेस सरकार ओबैसी के आदेश से इसे बार बार पेरोल क्यों दे रही है ?

चित्र में जिसे को आप देख रहे है उसका नाम है मोहम्मद अब्दुल कादीर है. यह भूतपूर्व पुलिस कांस्टेबल है.
१९९० में हैदराबाद में दंगा हुआ उस दंगे में जब इसका सीनियर इसे एक दंगाई मुस्लिम भीड़ पर गोली चलाने का आदेश दिया तो ये भीड़ पर गोली चलाने के बजाय उस सीनियर पर ही गोली चला दी. न्यायालय के द्वारा इसे आजीवन कारावास की सजा मिली है लेकिन अभी इसकी क्षमा याचना रास्ट्रपति के पास है. इसको छुड़ाने के लिए बहुत से मुस्लिम संगठन लगे हुए है. |

मित्रों, आन्ध्र की पहले की टीडीपी सरकार ने इसे एक मिनट भी पेरोल नही दिया, लेकिन आज की कांग्रेस सरकार इसे ओबैसी के कहने पर बार बार पेरोल पर रिहा कर रही है और इतना ही नही इसके पेरोल को बार बार बढाती भी रहती है |

मित्रों, ये दोनों ओबोसी असदुद्दीन ओबैसी जो हैदराबाद से सांसद है और अकबरुद्दीन ओबैसी जो हैदराबाद के चारमिनार से विधायक है इन दोनों का मुख्य मकसद भारत को इस्लामिक राष्ट्र घोषित करना है | 
अगर आप इनकी पार्टी मजलिसे ईतेहादुल मुस्लिम [MIM] के सम्मेलनो के वीडियो यूट्यूब पर देखेंगे तो ये बार बार कहते है कि भारत को इस्लामिक देश बनाना ही मुस्लमानों का प्रथम उद्देश्य होना चाहिए |

ये अकबरुद्दीन ओवैसीने कई बार हिंदूधर्म और हिंदू देवी देवताओ के बारे मे खुले मंच से बहुत ही अभद्र बाते कहीं है लेकिन राहुल और सोनिया इसे गलत नही मानते क्योकि इसने हिन्दुओ के देवी देवताओ को अपमानित किया है | आप इस वीडियो को देखे , इसमें ये नीच ओवैसी भगवान राम और उनकी माँ कौशल्यादेवी पर किस तरह अश्लील और अभद्र बाते कह रहा है |



लेकिन  राहुल और सोनिया तो यही चाहते है किभारत से हिंदुत्व खत्म हो जाये और हिन्दुओ को बार बार अपमानित किया जाये |

मित्रों, अभी कुछ दिन पहले इस अकबरुद्दीन ओवैसी पर जानलेवा हमला हुआ, मजे की बात ये की हमलावर भी मुस्लिम ही था जिसका वेशकीमती घर इन ओवैसी बंधुओ ने कब्जा कर लिया था |
इसका हालचाल लेने के लिए सोनिया गाँधी ने मुख्यमंत्री सहित पूरी आन्ध्रप्रदेश सरकार को उसके घर भेजा था और तो और केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री गुलाम नबी आज़ाद भी स्पेशल प्लेन से हैदराबाद उसका हालचाल लेने गए थे | 
मित्रों  जब बाला साहेब ठाकरे की धर्मपत्नी और उनके पुत्र की एकमहीने के भीतर ही दुखद मृत्यु हुआ था तब तात्कालीन प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा मातोश्री बाला साहेब को सात्वना देने गए थे तब लेफ्ट, सपा, और कांग्रेस ने संसद मे बहुत हंगामा मचाया था कि एक साम्प्रदायिक नेता के घर प्रधानमंत्री सात्वना देने क्यों गए ? और तो और उस समय शरद पवार कांग्रेस मे थे और जब शरद पवार गए तो कांग्रेस ने उनसे नोटिस देकर पूछा कि आप क्यों गए ?

आखिर इतना दोगलापन क्यों ? एक कट्टर मुस्लिम जिसके सैकडो भड़काऊ भाषण आज भी यू ट्यूब पर भरे पड़े है और जो संसद मे मुसलमानों को इस देश की ईंट से ईंट बजा देने का आह्वान करता है उसके घर जाना क्या कांग्रेस गलत नही समझती ? 
आन्ध्र के उपमुख्यमंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा ओवैसी के घर जाकर उसका हाल चाल लेते हुए






आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी, ओवैसी के घर जाकर उसका हाल चाल लेते हुए


आन्ध्र के रेवेन्यूमंत्री रघुवीर रेड्डी, ओवैसी के घर जाकर उसका हाल चाल लेते हुए


आन्ध्र प्रदेश विधानसभा के स्पीकर एन मनोहर, ओवैसी के घर जाकर उसका हाल चाल लेते हुए

स्पीकर मनोहर, ओवैसी के घर नाश्ता करते हुए

स्पीकर खुद सहारा देकर ओवैसी को घर से बाहर ला रहे है

सोनिया गाँधी के निर्देश पर केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री गुलाम नबी आज़ाद ओवैसी के घर जाकर उसके स्वस्थ्य की जानकरी ली और सोनिया और राहुल को इस बारे मे रिपोर्ट दिया ..


मेरे हिंदू मित्रों, जागो और अपने जातिपाँति, ऊँचनीच आदि के भेदभाव भुलाकर संगठित हो जाओ | नही तो हिन्दुओ के लिए आने वाला कल बहुत ही भयानक होने वाला है |




यूपीए का सांसद असदुद्दीन ओबैसी

मित्रों, क्या भारत धर्मनिरपेक्ष है ? क्या भारत संयुक्तराष्ट्र के सिधांतों को मानता है ? क्या भारत मे हिंदू और मुस्लिम लोगो और उनके नेताओ के बीच भेदभाव नही किया जाता ? यदि हाँ तो फिर राहुल गाँधी का सबसे करीबी दोस्त और यूपीए का सांसद असदुद्दीन ओबैसी भारत और संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हमास और हिजबुल्लाह के खूखार कमांडरों के साथ बार बार मिलने लेबनान के बेरुत और दहिल्या शहर मे क्यों जाता है ?


लेबनान मे गृहयुद्ध प्रभावित एरिया का निरीक्षण करता ओबैसी

मित्रों, क्या भारत धर्मनिरपेक्ष है ? क्या भारत संयुक्तराष्ट्र के सिधांतों को मानता है ? क्या भारत मे हिंदू और मुस्लिम लोगो और उनके नेताओ के बीच भेदभाव नही किया जाता ? यदि हाँ तो फिर राहुल गाँधी का सबसे करीबी दोस्त और यूपीए का सांसद असदुद्दीन ओबैसी भारत और संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हमास और हिजबुल्लाह के खूखार कमांडरों के साथ बार बार मिलने लेबनान के बेरुत और दहिल्या शहर मे क्यों जाता है ?

मित्रों, इजराइली ख़ुफ़िया एजेन्सी मोसाद ने भारत सरकार को कई बार पत्र लिखकर कहा है कि आपका सांसद जो आपकी सरकार को समर्थन दे रहा है वो इजरायल मे आतंकवाद फैला रहा है और साथ ही भारत के गरीब मुस्लिम युवको का ब्रेनवाश करके उन्हें हमास और हिजबुल्लाह के लिए भर्ती करता है | लेकिन चूँकि भारत की कांग्रेस सरकार को सिर्फ हिंदू ही आतंकवादी नजर आते है इसलिए भारत सरकार ओबैसी को खुलेआम छुट दे दिया है |

मित्रों अभी कुछ दिन पहलेसंसद मे आसाम पर चर्चा के दौरान ओबैसी ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की उपस्थिति मे कहा कि "यदि भारत सरकार आसाम मे मुसलमानों का चाहे वो प्रवासी क्यों न हो ठीक ढंग से पुनर्वास नही करती और उन्हें उचित मुवावजा नही देती तो फिर भारत का मुसलमान इस देश की ईंट से ईंट बजा देंगे" लेकिन किसी भी कांग्रेसी सांसद ने ओबैसी के इस बयान की निंदा नही की | और तो और मीडिया ने भी इसको ब्रेकिंग न्यूज़ नही बताया सिर्फ टाइम्स नाउ ने ही इस खबर पर चर्चा की |

सबसे बड़ी चौकने वाला खुलासा ये है कि ओबैसी को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट राहुल गाँधी की सिपारिश पर मिला था जबकि खुद आन्ध्रप्रदेश की कांग्रेस की ही सरकार की ख़ुफ़िया पुलिस ने ओबैसी को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट न देने की रिपोर्ट भेजी थी लेकिन जब राहुल गाँधी ने इस मामले मे हस्तक्षेप किया जब जाकर विदेश मंत्रालय ने ओबैसी को बिना किसी योग्यता और अहर्ता के डिप्लोमेटिक पासपोर्ट इस्शु कर दिया |

मित्रों, साधारण  पासपोर्ट का कलर नीला होता है बल्कि डिप्लोमेटिक पासपोर्ट का कलर मैरून होता है और डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रखने वाले व्यक्ति की किसी भी हवाईअड्डे पर तलाशी नही होती और इन्हें "वीजा आन अराइवल" की भी सुविधा होती है और ये पासपोर्ट केवल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केबिनेट स्तर के मंत्री और राज्यों मे मुख्यमन्त्रियो और राजदूत तथा दूतावास मे सचिव स्तर के अधिकारियों  को ही इस्शु हो सकता है | 


मित्रों, हिजबुल्लाह आज विश्व का सबसे बड़ा आत्मघाती दस्ते वाला आतंकवादी संगठन है जो छोटे छोटे बच्चो को अपने आत्मघाती दस्ते मे भर्ती करता है | लेबनान पहले धर्मनिरपेक्ष देश था और वहाँ ४% हिंदू और १०% यहूदी  भी रहते थे | लेबनान जहां पहले ८०% ईसाई तथा अन्य धर्म और २०% मुस्लिम रहते थे और लेबनान विश्व का बहुत तेजी से तरक्की करता हुआ मुल्क था | और इसकी राजधानी बेरुत को विश्व का गोल्ड केपिटल कहा जाता था क्योकि बेरुत विश्व की सबसे बड़ी सोने की मण्डी थी | इतना ही नही खूबसूरत लेबनान मे कई हालीवुड और बोलिउड की फिल्मो की शूटिंग होती थी | रामानंद सागर ने सत्तर के दशक मे धर्मेन्द्र और माला सिन्हा को लेकर एक फिल्म बनाई थी जिसका नाम "आखें' उस फिल्म की 80% शूटिंग बेरुत मे हुई थी और कई गाने जैसे "मिलती है जिंदगी मे मोहब्बत कभी कभी" की शूटिंग भी बेरुत मे ही हुई |



लेकिन लेबनान की तरक्की और खुशहाली पर लेबनान  के मुस्लिम लीडरो ने ग्रहण लगा दिया |मस्जिदों मे और अपने सम्मेलनों के मुसलमानों को खूब बच्चे पैदा करके लेबनान पर क्ब्ज्जा करने की बाते करते थे | फिर धीरे धीरे लेबनान का जनसंख्या का संतुलन बिगड गया और फिर लेबनान 25 सालो से गृहयुद्ध की चपेट मे आ गया | आज लेबनान के दो हिस्से है उत्तरी लेबनान जिसमे ईसाई और अन्य धर्मो के लोग रहते है और दक्षिण लेबनान जहां मुस्लिम रहते है उसी तरह राजधानी बेरुत का भी दो अघोषित हिस्सा है जहां एक तरह ईसाई और दूसरी तरफ मुस्लिम रहते है |


मित्रों, जब भी कोई सांसद विदेश यात्रा करता है तो उसे लोकसभा अध्यक्ष की लिखित अनुमति लेनी पडती है भले ही वो उसकी निजी यात्रा ही क्यों न हो | एक आरटीआई के जबाब मे मीरा कुमार ने पहले बताया कि उनके पास ऐसी कोई फ़ाइल नही आई जिसमे ओबैसी ने लेबनान और सीरिया के यात्रा की अनुमति मांगी हो |


अब सवाल ये उठता है कि आखिर इतना घोर साम्प्रदायिकता फ़ैलाने वाला ओबैसी को कांग्रेस साम्प्रदायिक क्यों नही मानती ? 


मित्रों, कांग्रेस की नजर मे  सिर्फ भारत के हिंदू ही साम्प्रदायिक है | अगर कोई भारत मे हिंदू हित की बात करेगा तो वो घोर साम्प्रदायिक और राजनितिक रूप से अछूत बन जायेगा | पूरी मीडिया और कांग्रेस सहित कुछ तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर अपनी दुकान चलाने वाली छोटी पार्टियां सब उसको साम्प्रदायिक घोषित कर देंगे | लेकिन यदि कोई सिर्फ मुस्लिम हित की ही बात करेगा तो वो धर्मनिरपेक्ष माना जायेगा | यहाँ मैंने "सिर्फ" इसलिए लिखा है क्योकि ओबैसी ने आजतक संसद मे सिर्फ मुस्लिम हित और मुस्लीमों के बारे मे ही मुद्दे उठाये है और सिर्फ मुस्लिम लोगो की ही मदद करते है यहाँ तक आसाम मे भी जो उन्होंने रिलीफ कैम्प लगाया उसके उपर लिख दिया " only for muslims" इन्होने सानिया मिर्जा को कई बार सम्मानित किया लेकिन जब एक पत्रकार ने इसने पूछा कि आप सानिया नेहवाल को कब सम्मानित करेंगे तो ये माइक फेक दिये |

मित्रों, आंध्रप्रदेश की कांग्रेस सरकार की ही आईबी हैदराबाद मे भडके कई दंगो के लिए ओबैसी बंधुओ को जिम्मेदार बताती है यहाँ तक की केन्द्र की ख़ुफ़िया एजेंसियों ने भी कई बार गृहमंत्रालय को ओबैसी के संदिग्ध गतिबिधियों के बारे मे चेतावनी दी है | लेकिन सब बेकार |

सोचिये क्या राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी नरेंद्र मोदी या तोगड़िया या अशोक सिंघल जी के साथ फोटो खिचवा सकते है ? नही क्योकि ये लोग तो हिन्दुवादी है और भारत मे हिन्दुवादी होना सबसे बड़ा अपराध है |


लेकिन वहीराहुल गाँधी और सोनिया गाँधी ओबैसी के साथ कई कई घंटो तक बैठते है और उसके साथ फोटो खिचवाते है | क्योकि सोनिया ने जो काला कानून "साम्प्रदायिक हिंसा निवारण बिल" बनाया था उसके अनुसार तोसिर्फ हिंदू ही दंगाई होते है, हिंदू हिंसक होते है और हर बार सिर्फ हिंदू ही पहले दंगे भड़काते है |


मित्रों, सबसे बड़ा सवाल ये है कि भारत की मीडिया और कांग्रेस की हिन्दुओ के बारे मे इस दोगली मानसिकता का जिम्मेदार कौन है ? 

मित्रों, इसके जिम्मेदार हम सब हिंदू  खुद ही है | ये हम हिंदू ही है जो सब कुछ जानते समझते हुए भी जतिपति और दूसरे छोटे छोटे मुद्दों और कांग्रेस के द्वारा दिये गए झूठे लालचो और प्रलोभनों के बहकावे मे आकर इस कांग्रेस को वोट देकर इसे मजबूत करते है | हिंदू मित्रों, अपने बारे मे तो नही कम से कम पचास साल बाद आने वाली अपनी हिंदू पीढियों के बारे मे सोचो | जो हाल पाकिस्तान, सीरिया, लेबनान, इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत मे कश्मीर, केरल और आसाम मे हिन्दुओ के साथ हुआ है और जो आज हिंदू इन जगहों पर पर अत्याचार झेल रहे है वही आज के पचास सालो के बाद पूरे भारत मे झेलेंगे |

           

                     जय हिंद !!! जय भारत !!! वन्देमातरम !!

आयुर्वेदिक दोहे (कृपया आप लोग इसे कॉपी करके कही रख ले ताकि आगे काम आये )

1.जहाँ कहीं भी आपको,काँटा कोइ लग जाय। 
दूधी पीस लगाइये, काँटा बाहर आय।।

2.मिश्री कत्था तनिक सा,चूसें मुँह में डाल।
मुँह में छाले हों अगर,दूर होंय तत्काल।।

3.पौदीना औ इलायची, लीजै दो-दो ग्राम।
खायें उसे उबाल कर, उल्टी से आराम।।

4.छिलका लेंय इलायची,दो या तीन गिराम।
सिर दर्द मुँह सूजना, लगा होय आराम।।

5.अण्डी पत्ता वृंत पर, चुना तनिक मिलाय।
बार-बार तिल पर घिसे,तिल बाहर आ जाय।।

6.गाजर का रस पीजिये, आवश्कतानुसार।
सभी जगह उपलब्ध यह,दूर करे अतिसार।।

7.खट्टा दामिड़ रस, दही,गाजर शाक पकाय।
दूर करेगा अर्श को,जो भी इसको खाय।।

8.रस अनार की कली का,नाक बूँद दो डाल।
खून बहे जो नाक से, बंद होय तत्काल।।

9.भून मुनक्का शुद्ध घी,सैंधा नमक मिलाय।
चक्कर आना बंद हों,जो भी इसको खाय।।

10.मूली की शाखों का रस,ले निकाल सौ ग्राम।
तीन बार दिन में पियें, पथरी से आराम।।

11.दो चम्मच रस प्याज की,मिश्री सँग पी जाय।
पथरी केवल बीस दिन,में गल बाहर जाय।।

12.आधा कप अंगूर रस, केसर जरा मिलाय।
पथरी से आराम हो, रोगी प्रतिदिन खाय।।

13.सदा करेला रस पिये,सुबहा हो औ शाम।
दो चम्मच की मात्रा, पथरी से आराम।।

14.एक डेढ़ अनुपात कप, पालक रस चौलाइ।
चीनी सँग लें बीस दिन,पथरी दे न दिखाइ।।

15.खीरे का रस लीजिये,कुछ दिन तीस ग्राम।
लगातार सेवन करें, पथरी से आराम।।

16.बैगन भुर्ता बीज बिन,पन्द्रह दिन गर खाय।
गल-गल करके आपकी,पथरी बाहर आय।।

17.लेकर कुलथी दाल को,पतली मगर बनाय।
इसको नियमित खाय तो,पथरी बाहर आय।।

18.दामिड़(अनार) छिलका सुखाकर,पीसे चूर बनाय।
सुबह-शाम जल डाल कम, पी मुँह बदबू जाय।।

19. चूना घी और शहद को, ले सम भाग मिलाय।
बिच्छू को विष दूर हो, इसको यदि लगाय।।

20. गरम नीर को कीजिये, उसमें शहद मिलाय।
तीन बार दिन लीजिये, तो जुकाम मिट जाय।।

21. अदरक रस मधु(शहद) भाग सम, करें अगर उपयोग।
दूर आपसे होयगा, कफ औ खाँसी रोग।।

22. ताजे तुलसी-पत्र का, पीजे रस दस ग्राम।
पेट दर्द से पायँगे, कुछ पल का आराम।।

23.बहुत सहज उपचार है, यदि आग जल जाय।
मींगी पीस कपास की, फौरन जले लगाय।।

24.रुई जलाकर भस्म कर, वहाँ करें भुरकाव।
जल्दी ही आराम हो, होय जहाँ पर घाव।।

25.नीम-पत्र के चूर्ण मैं, अजवायन इक ग्राम।
गुण संग पीजै पेट के, कीड़ों से आराम।।

26.दो-दो चम्मच शहद औ, रस ले नीम का पात।
रोग पीलिया दूर हो, उठे पिये जो प्रात।।

27.मिश्री के संग पीजिये, रस ये पत्ते नीम।
पेंचिश के ये रोग में, काम न कोई हकीम।।

28.हरड बहेडा आँवला चौथी नीम गिलोय,
पंचम जीरा डालकर सुमिरन काया होय॥

29.सावन में गुड खावै, सो मौहर बराबर पावै॥

सुप्रीम कोर्ट का कांग्रेस को आदेश


भारत के इंजीनियरों खास कर सिविल इंजीनियरों के लिए  बहुत बड़ी खबर, बीजेपी सरकार के नदियों के जोडने की जिस महा परियोजना को कांग्रेस ने लागू करने से  मना कर दिया था, भारत की सुप्रीम कोर्ट ने उसे तुरंत बिना देरी किये चरणबद्ध तरीके से लागू करने का आदेश दे दिया.

इससे ये साबित होता है की भारत में बेरोजगारी और गरीबी फैलाने की जिम्मेदारी कांग्रेस की ही बनती है ...क्यों???? इसे पढ़कर जान  जायेंगे.....

१- जब भारत में सबसे ज्यादा बेरोजगारी थी , उस समय सत्ता बीजेपी के पास आयी थी और बीजेपी सरकार ने (१) महामार्गो के विस्तारीकरण, (२) हाऊसिंग प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा  और (३) भारत की प्रमुख नदियों को आपस में वैज्ञानिक तरीके से जोडने की महायोजना बनाकर विकास का खाका तैयार किया था जिसमे पहली दो परियोजनाओ पर अमल तो बीजेपी ने खुद किया लेकिन तीसरे महायोजना में विस्तृत अध्ययन रिपोर्ट आनी बाकि थी की बीजेपी की सरकार को गिरा दिया गया और मिडिया ने विदेशी पैसे के मदद से बीजेपी को बदनाम कर दिया.

२-नदी को जोडने की यह महापरियोजना ५,००,००० करोड की थी और सरकार ने इसके लिए धन उपलब्ध करने की गारंटी भी दी  थी. इसमे धन की कोई बात ही नहीं थी, इसका अंदाजा इससे लगता है भारत की सरकार ने पिछले वित्तवर्ष में भारत की १२१ करोड जनता के लिए मात्र १,४०,००० करोड की सब्सिडी डी जबकि लुटेरी कंपनियों को हमारे टैक्स का ४, ६०,००० करोड सब्सिडी दे डाली, इसका जबाब लेने वाला कोई नहीं है, भारत की भांड मिडिया तो कांग्रेस और  विदेशी कंपनियों को पहले ही बिक चुकी है.

३-रही बात तकनीक की हमारे पास एल एंड टी जैसी  विश्व की सर्वश्रेष्ठ कम्पनिया  है जो हर प्रकार की इंजीनियरी में माहिर है. सिर्फ राजनैतिक इमानदारी और राष्ट्रवादी  कटिबद्धता की आवश्यकता है. भारत में अब इंजीनियरों की भी कमी नहीं है और हमारे पास आधुनिकतम तकनीकी के साथ साथ विश्वस्तरीय प्रबंधकों की कमी नहीं है, लेकिन हमारी वर्तमान सरकार हमारे टेक्नोक्रेट को पता नहीं क्यों महत्त्व नहीं देती है, टीम लीडर भी चाहिए तो विदेशी ही होना चाहिए, खैर.....

४-भारत सरकार के पैसे इधर उधर के ऐसे मदों में और ऐसे तरीके से खर्च किया जा रहे है, जिससे की आगे आने वाली सरकारे विद्रोह का सामना करने के लिए बाध्य हो जाये और वही लुट का ढर्रा कायम रखने के लिए मजबुर् हो. जैसे सिर्फ मनारेगा और मिड दे मील में ही १,००,००० करोड से ज्यादा का कोष हर साल खर्च हो जा रहा है लेकिन रिजल्ट क्या है, सिर्फ कमाई और लूट...जिससे पूंछो वही इसे बंद करके सीधे माँ बाप के खाते में पैसा डालने के लिए सुझाव देता है... यह देश की किस्मत है...मनारेगा की लूट कितनी हो रही है यह कांग्रेस के दिग्गजों को भी अंदाजा नहीं है...

५- लेकिन भारत के कुछ लाल है जिन्हें भारत की चिंता है जिसमे मुख्यन्यायाधीश कपाडिया जि भी शामिल है और उन्होंने नदी परियोजना को तुरंत चरणबद्ध तरीके से लागू करने का आदेश दे दिया है, अब देखना हे की कांग्रेस के पास इसे न लागू करने के क्या क्या तर्क और बाकि हैं, कांग्रेस की सबसे बड़ी खासियत यह है की यह पार्टी बड़ी सुनियोजित तरीके से समय बरबाद करती है जो यह पिछले ६४ सालो से यही करती आयी है.

६- कांग्रेस  सरकार जहा सरकार के लिए पैसा कमा सकती है वहा उसे लुटा देती है जैसे १,७६,००० करोड और कमा सकते थे २जी में लेकिन उसे फ्री में बेच डाला. परन्तु जो चीजे बढ़िया क्वालिटी का सस्ते में खरीद सकते है वहा जनता का पैसा विदेशी कंपनियों को लुटा डालते है जसे (१)एअर इण्डिया के लिए ५०००० करोड का विमान का सौदा एक ही बार में कर डाला और इसमे २०००० करोड ज्यादा भुगतान हुआ, (२)  सेना के लिए १२६ युद्धक विमानो की निम्न श्रेणी ५२,००० करोड में लेने का सौदा  कर लिया है जिसे स्वयं अमेरिका के राष्ट्रपति ने कह दिया की ये विमान २५ करोड की कीमत के है. ज्ञात हो फ़्रांस के इन विमानों का भारत पहला खरीददार है, (३) इटली से १२ हेलीकाप्टर जिनकी कीमत २०-२५ करोड से ज्यादा नहीं होगी उसके लिए ३५०० करोड भुगतान करके अपना हिस्सा ले लिया गया और अब इटली की सरकार ने उस पर जांच बैठने की बात कही है (४) फ़्रांस की अरेवा कंपनी को १,००,००० करोड का ठेका परमाणु ऊर्जा का ऐसा प्लांट लगाने के लिए दे डाला है जो तकनीक पुर्री दुनिया में कही अपनाई ही नहीं गयी है और ऐसे ही ८ और प्लांट लगाने के फिराक में है, जबकि भारत को सूर्य ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जैतापुर -महाराष्ट्र  के इसी प्लांट को रुकवाने वाले किसानो को पुलिस ने गोलियों से भून डाला था. 

७-जहा भारत में पूंजी की कमी का बहाना बनाकर बेरोजगारों की फ़ौज खडी की जा रही है, वही भारत का पूरा पैसा विदेशी कम्पनिया अपने देश में ले जाकर ५ का पचीस वसूल करके अपने लोगो को रोजगार दे रही है, गुस्सा इसी बात की ज्यादा है की १४ घंटे काम करने वाले भारतीय बेरोजगार क्यों है जब की भारत में ही सबसे ज्यादा १२१ करोड ग्राहक भी हैं.

जो भी हो, २०१४ में हमारे भाइयो को एक खुशखबरी और मिलेगी की कांग्रेस सत्ताविहीन होकर समाप्त भी होने जा रही है. बहार हाल हम अब नदियों को जोडने की तैयारी शुरू कर दे, जिससे इस महान देश भारत का और विकास सुनिश्चित किया जा सके.

जय भारत
(अयोध्या से संजय कुमार मौर्य का लेख)