"आतंक का कोई मज़हब नहीं होता"...
इसीलिए अमेरिका में अब सूअर की चर्बी युक्त बन्दूक एवं AK-47 की गोलियों की बम्पर बिक्री शुरू हो गई है...
इन गोलियों में बारूद के साथ सूअर का माँस और चर्बी है, और ब्राण्ड नेम है "जिह्वाग एमो" !
इस कम्पनी को आरम्भ करने वाले मिस्टर ब्रैंडन कहते हैं कि जन्नत की चाह रखने वालों के लिए यह गोलियाँ खासतौर पर डिजाइन की गई हैं.
पति-पत्नी की टीम इन गोलियों के प्रमोशन हेतु टीशर्ट और टोपियां भी बेच रही है जिन पर लिखा हुआ है, "72 हूरों की मदद करो—जिहाग ऐमो गोलियों का इस्तेमाल करो.”
========================
कम से कम इतना तो मानना ही पड़ेगा कि हर "नई शुरुआत" अमेरिका से होती है...
चाहे ओसामा की लाश को समुद्र में फेंकना हो, या ग्वांतानामो की जेल में आतंकियों को दी जाने वाली अभिनव यातनाएँ हों...|
स्वाभाविक है कुछ नया सोचने और करने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है. हम जैसे बेशर्म लोग तो अभी भी ससम्मान भारी भीड़ के साथ याकूब और बुरहान के जनाजे निकलते हुए देखते रहते हैं... .
.
.
इसीलिए अमेरिका में अब सूअर की चर्बी युक्त बन्दूक एवं AK-47 की गोलियों की बम्पर बिक्री शुरू हो गई है...
इन गोलियों में बारूद के साथ सूअर का माँस और चर्बी है, और ब्राण्ड नेम है "जिह्वाग एमो" !
इस कम्पनी को आरम्भ करने वाले मिस्टर ब्रैंडन कहते हैं कि जन्नत की चाह रखने वालों के लिए यह गोलियाँ खासतौर पर डिजाइन की गई हैं.
पति-पत्नी की टीम इन गोलियों के प्रमोशन हेतु टीशर्ट और टोपियां भी बेच रही है जिन पर लिखा हुआ है, "72 हूरों की मदद करो—जिहाग ऐमो गोलियों का इस्तेमाल करो.”
========================
कम से कम इतना तो मानना ही पड़ेगा कि हर "नई शुरुआत" अमेरिका से होती है...
चाहे ओसामा की लाश को समुद्र में फेंकना हो, या ग्वांतानामो की जेल में आतंकियों को दी जाने वाली अभिनव यातनाएँ हों...|
स्वाभाविक है कुछ नया सोचने और करने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है. हम जैसे बेशर्म लोग तो अभी भी ससम्मान भारी भीड़ के साथ याकूब और बुरहान के जनाजे निकलते हुए देखते रहते हैं... .
.
.
12 टिप्पणियां:
जय मां हाटेशवरी...
अनेक रचनाएं पढ़ी...
पर आप की रचना पसंद आयी...
हम चाहते हैं इसे अधिक से अधिक लोग पढ़ें...
इस लिये आप की रचना...
दिनांक 26/07/2016 को
पांच लिंकों का आनंद
पर लिंक की गयी है...
इस प्रस्तुति में आप भी सादर आमंत्रित है।
बहुत ही सुन्दर रचना.बहुत बधाई आपको . कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
https://www.facebook.com/MadanMohanSaxena
सहमत आपकी बात से।
जहां तक रासायनिक खाद और हाइब्रिड के इस्तेमाल की बात है, यह किसी से छिपी नहीं है. हाइब्रिड एराइज 6444 और मामूली रासायनिक खाद का उपयोग किया गया है. सबसे ज्यादा हरी खाद और ऑर्गेनिक खाद का उपयोग हुआ है, जो सरकारी रिकॉर्ड में है. सुमंत कहते हैं, ''लौंगपिंग चाहें तो उनके गांव दरवेशपुरा आएं और मेरी खेती को देखें, उनका स्वागत होगा. ये उनकी ईष्या है, जो अपने से अधिक पैदावार करने वाले को वे पचा नहीं पा रहे हैं.'' कृषि विभाग के विशेषज्ञ राजीव रंजन कहते हैं, ''दरवेशपुरा की मिट्टी भी रिकॉर्ड पैदावार के लिए उपयुक्त रही है.
_________________
भारतीय किसान | ताजा खबरें | हमारा देश भारत | राजनीति
बहोत ही सुन्दर पोस्ट है वाकई हमें भारत पर गर्व है she more detail
Director dada
<a href=" https://directordada.com/rajinikanth-and-akshay-starrer-2-point-0-releasing-this-year/”Bollywood hot news</a>
very good blog loved ur blog
Hey Thanks for sharing this valuable information with us. I will come back to your site and keep sharing this information with us
See More .....
very Nice
Kheti kare
thanks for this post and give this opportunity new blogger check out this its help in your blogging carrier
Thanks for publishing this amazing article. I really big fan of this post thanks a lot. Recently i have learned about News in Hindi CG which gives a lot of information to us.
Visit them and thanks again and also keep it up...
Useful info.
Love from Helpmebro
मेरी खेती किसानों के लिए एक सही जगह है जंहा पर सभी सरकारी सुविधाओं की जानकारी और फसल समस्या निवारण के लिए एक अनूठा प्रयास..
एक टिप्पणी भेजें