tag:blogger.com,1999:blog-8110272752769889838.post1931455238057905826..comments2023-09-13T13:46:29.458+05:30Comments on भारत गर्व: इस्लाम में नारीत्व के साथ छलावाअजय सिंहhttp://www.blogger.com/profile/07164579856433226697noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8110272752769889838.post-80279308698350950712013-01-31T19:03:57.284+05:302013-01-31T19:03:57.284+05:30 जब कोई व्यक्ती अच्छा होता हैं तो मालुम हैं... जब कोई व्यक्ती अच्छा होता हैं तो मालुम हैं आपको उससे जलने वाले अफवाह उराते हैं ताकी वह बदनाम हो जाय <br /> <br /> यहा यही हो रहा हैं <br /> या उदाहरन जब किसी एसे जानवर को देखा जाए सिका थोरा नाम सुना हो जब सामना हुआ तो आप जल्दी जल्दी यानी पुरी तरीके से देखे नही और और वह देख ने मे कुछ अजी ब था अब आप ने ये बात फैलादी की बाप रे ये जानवर तो बहुत खतरनाक होता हैं इत्यादी-इत्यादी कृप्या पुरी तरीके व सही जानकारी प्राप्त करे फिर उसके बारे मे बताए <br /> तो यह एक सच्चे मानव व सच्चे आदमी कि पहजान होगी अन्यथा आपकी पहचान वैसा ही होगा जैसा अभी मेरे जेहन मे हे मालुम क्या मुर्ख मुर्ख डबल मुर्खAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8110272752769889838.post-49815072941623285432011-04-08T09:19:35.218+05:302011-04-08T09:19:35.218+05:30यहाँ पर इस्लाम में जो हसियत औरतों की बताई गई है गल...यहाँ पर इस्लाम में जो हसियत औरतों की बताई गई है गलत है ..जितनी इज्ज़त और ताकत इस्लाम में औरतों को दी गई है वो कहीं और नही है ...बुरका औरतों या लड़कियों की सुरक्षा के लिए होता है ..कैद के लिए नही ...इस्लाम में तो बेटी को बाप की संपत्ति में भी अधिकार दिया गया है ... ऐसा मैंने आज तक किसी धर्म नही देखा ......माँ के परों में जन्नत बताई गई है .....इस्लाम में तो गैर औरत से हाथ भी मिलाना मना है ..इसका उद्देश्य केवल औरतों और लड़कियों की सुरक्षा है ...हज़रात मोहम्मद सल्लाही अल्लेही वास्सलम ने तो यहाँ तक कहा है की अगर किसी ने अपनी बहन बेटी की सही से परवरिश कर दी और शादी कर दी तो जन्नत में उसका घर पक्का है ....saddamhttp://zakirjmi123.blogspot.comnoreply@blogger.com