गृहमंत्री चिदंबरम हिंदुओ के भावनाओ से खेल रहे है

“गृहमंत्री जी ने भगवा आतंकवादियों से सावधान रहने कि हिदायत जो दी है” उनका इशारा कहा था. क्या कोई नहीं जनता | सब जानते है कि ये क्या कहना चाहते है और ये किसे खुश करना चाहते है कभी सुना है की कोई नेता (स्पेशल कांग्रेस पार्टी का) कभी ये कहा है की "मुसलमान आतंकवादी से सावधान रहने की जरुरत है" दिमाग लगाने की जरुरत नहीं है कभी भी कोई नहीं कहा होगा, कम् से कम भारतीय राजनीति में तो कभी किसी नेता ( कुछ को छोड़ कर ) में दम ही नहीं है कि मुस्लिम आतंकवादी को “ मुस्लिम आतंकवादी “ कहे | क्यों कि ऐसा कह कर अपना वोट बैलेंस कम नहीं करना चाहते है वो पिशाच जानते है कि ऐसा करने से वोट बैंक कम हो जायेगा लेकिन हिन्दुओ को अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवादी कहने से नहीं चुकते है
हमेशा से ही हिंदु समाज और उनके ग्रन्थ सद्भावना के प्रेरणा स्रोत रहे है जैसा हमारे देश के जिम्मेदार नेता और मंत्री हिन्दुओ के भावनाओ से खिलवाड करते रहते है कभी भी उनकी ये वाणी हिन्दुओ को एक क्रांति कि ओर ढकेल रही है जिसके शैलाब में उन जैसा पिचासु बह जायेंगे, नाश हो जायेगा उनका सब कुछ, अश्तित्व का पता नहीं चलेगा | कमीनों कि सोचना चाहिए कि क्या कभी भी हिन्दुओ ने बेगुनाहों का खून नहीं बहाया है, कभी धर्म् के नाम पर किसी का धर्म परिवर्तन नहीं कराया हैये सब जलिलो वाला काम सिर्फ मुसलमान ही करते है क्योकि ऐसा करने से "अल्लाह उन्हें ९ बार मक्का जाने के बराबर बरक्कत देता है, मरने के बाद जन्नत में ७२ हूरो का ऐश मिलता है, और वह जन्नती शराब मिलता है" गजब की शिक्षा देता है कुरआन और उनके मुल्ला, कुरान में शराब पीना गलत है, लेकिन जन्नत में जाने पर जन्नती शराब जरुर अल्लाह देता है




भारत माँ के सिने पर बैठे कमीने मुंग कि दाल रगड रहे , धरती माँ भी पछता रही होंगी ऐसे कमीने कहा से आ गए | कमीनों को क्यों नहीं याद आता है सांसद पर हमला करने का साजीश रचने वाले को जेल में मेहमान बनाकर रखे है | जिस पर लाखो रूपया सलाना होता है उस पर खर्च होने वाला पैसा कौन सा उनके जेब से जा रहा हैफांसी ना देने का सीधा कारण है कि वह मुसलमान है उसके जगह कोई एक हिंदु रहता तो सजा सुनाने के दूसरे दिन ही चोरी से काँग्रेस सरकार फांसी पर चड़ा दी होती | “ अपने आप को सेक्युलर कहलाने वाले बहुत नेता मिल जायेंगे, वो भी ऐसे – ऐसे नेता जो केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है (आतंकावादीयो के सिपहसालार कह सकते है) ने तो बंगला देश से आये मुस्लिमो को तो भारत कि नागरिकता देने  की वकालत   भी  करता है, और तो और टी.वी. पर भी हिंदु संगठनो के बिरुद्ध बोलते है" उस कमीने नेता के मुह से कभी भी आतंकवादियों के बारे में कुछ नहीं कहते सुने होंगे क्यों की मुस्लिम वोट नाराज हो जायेंगे बहुत कामिनी सोच है इन कमीनों की |  कितने कमीने है ये सब अगर कोई मापने कि कोशिश करे तो कोई भी मापनी नहीं मापसकती इन्सबो कि कमिनागिरी इनसबो के दिमाग में ये कबी भी नहीं आया और न ही आएगा कि पकिस्तान में हजारों हिंदु को मौत के घात लगाया जाता है, उनके माँ बहनों कि इज्जत लुटी जाती है , रुपये कि वसूली कि जाती है, दरिंदगी भरी हरकते कि जाती है जैसे लोगो को भारत में पूर्ण नागरिकता देनी चाहिए लेकिन ये सब मगरमच्छ के औलाद है, जो शिकार करने के लिए ड्रामा और बहुत कुछ निचले हद तक जा सकते है


मै चाहूँगा कि आप लोग मिल कर प्रार्थना करे कि हे! भगवान इन सब मूर्खो को सद्बुद्धि दे \




हरी  ओम